Lucknow में साइबर ठगी का खुलासा: फर्जी नौकरियों के नाम पर 1000 लोगों से करोड़ों की ठगी, 15 आरोपी गिरफ्तार|
लखनऊ में साइबर ठगी का खुलासा: फर्जी नौकरियों के नाम पर 1000 लोगों से करोड़ों की ठगी, 15 आरोपी गिरफ्तार|
लखनऊ | 14 जून 2025:
लखनऊ पुलिस की साइबर क्राइम शाखा ने एक संगठित ठगी गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह ने देशभर में 1,000 लोगों को फर्जी नौकरी के झांसे में डालकर करोड़ों रुपये की ठगी की है। इस मामले में 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जो शहर में एक किराए के फ्लैट से इस नेटवर्क का संचालन कर रहे थे।
ठगी का तरीका:
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी *फेसबुक, व्हाट्सएप और टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नकली नौकरी के विज्ञापन पोस्ट करते थे। आकर्षक वेतन और वर्क फ्रॉम होम जैसी सुविधाओं का लालच देकर उम्मीदवारों को फंसाया जाता था। फिर पंजीकरण और दस्तावेज़ शुल्क के नाम पर ₹500 से ₹50,000 तक वसूल किए जाते थे।
नौकरी की वास्तविकता साबित करने के लिए वीडियो कॉल पर फर्जी इंटरव्यू लिया जाता था और उम्मीदवारों को ईमेल के जरिए नकली ऑफर लेटर भेजे जाते थे।
पुलिस की कार्रवाई:
सूचना के आधार पर लखनऊ पुलिस ने छापा मारकर 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में technical विशेषज्ञ, कॉल सेंटर संचालक और फर्जी दस्तावेज़ बनाने वाले शामिल हैं। पुलिस ने उनके पास से कई मोबाइल फोन, लैपटॉप, सैकड़ों सिम कार्ड और नकली certificate बरामद किए हैं।
अंतरराष्ट्रीय संबंध:
जांच में पता चला है कि इस साइबर ठगी नेटवर्क के तार दुबई और नेपाल में सक्रिय गिरोहों से जुड़े हैं। ठगी की रकम को हवाला नेटवर्क के जरिये विदेशों में स्थानांतरित*किया जाता था।
आगे की जांच जारी:
पुलिस का कहना है कि यह गिरोह कई अन्य शहरों में भी सक्रिय रहा है और इस नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। केंद्रीय एजेंसियां भी इस जांच में सहयोग कर रही हैं।
सारांश:
* घटना: साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़
* गिरफ्तारी: 15 लोग गिरफ्तार
* ठगी का तरीका: सोशल मीडिया पर फर्जी नौकरी के विज्ञापन
* स्पूफ वेबसाइट के जरिए पंजीकरण और शुल्क वसूली
* वीडियो इंटरव्यू और नकली ऑफर लेटर
* ठगी की राशि: करोड़ों रुपये
* पीड़ितों की संख्या: लगभग 1,000
* बरामद सामान: मोबाइल, लैपटॉप, फर्जी दस्तावेज, सिम कार्ड
* अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन: दुबई और नेपाल से संपर्क, हवाला और क्रिप्टो के जरिए धन ट्रांसफर
* जांच:पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों की ओर से विस्तृत जांच जारी, और गिरफ्तारी संभव
यह एक बड़ी साइबर अपराध साजिश थी जिसमें देशभर के लोगों को नौकरी के नाम पर ठगा गया। पुलिस की सतर्कता से समय रहते इसे रोका गया।
*संपर्क करें:*
अगर आप इस तरह की ठगी का शिकार हुए हैं, तो *नजदीकी साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएं* या *राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें।*